अगर आप भी हार्ट अटैक की घातक बीमारी से बचना चाहते है तो आज से ही अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल को चेक करना शुरू कर दे क्योंकि यह बीमारी आपको किस प्रकार से क्षति पहुंचा सकती है आपको अंदाजा भी नहीं हैं ।
स्वागत है आप सभी का क्विक हिंदी के एक और ब्लाग में आज हम आपको कोलेस्ट्रोल से उत्पन एक घातक बीमारी से बचने के लिए एक ऐसा तरीका बताएंगे जो आपके हेल्थ के लिए काफी मददगार होगा अगर आप इस तरीके को अभी से फॉलो करना शुरू करते है तो आपको आगे बहुत अच्छा महसूस होगा और आप एक बहुत ही घातक बीमारी के शिकार होने से बच सकते हैं cholesterol kya hai in hindi तथा Cholesterol ke lakshan क्या है कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से क्या होता है तथा इस बीमारी से कैसे बचा जाये यह सारी जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से मिलने वाली है –
कोलेस्ट्रोल क्या है हिंदी में (Cholesterol Kya Hai in Hindi)
कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा पदार्थ होता है जो रक्त के अंदर पाया जाता है कोलेस्ट्रोल का शरीर में होना बहुत जरूरी होता है क्योंकि यह कोशिकाओं के निर्माण में बहुत सहायक होता है, तथा यह कोशिकाओं को स्वस्थ रखने का कार्य करता है।
कॉलेस्ट्रॉल का बड़ना एक गंभीर समस्या हैं,बड़े हुए कोलेस्ट्रोल का जो पदार्थ होता है वह एक गंदा पदार्थ होता हैं, यह गंदा पदार्थ खून को नसों में जमा हो जाता हैं
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से क्या होता है
अगर आप सभी कोलेस्ट्रोल की बीमारी से ग्रसित है और आप सभी अपने कोलेस्ट्रोल लेवल का चेकअप समय समय से नहीं करते है तो फिर आपको कोलेस्ट्रोल बीमारी के चलते आपको एक और जानलेवा बीमारी हो सकती हैं, अब आप सभी सोच रहे होंगे की कोलेस्ट्रोल खुद एक बीमारी है इससे एक और बीमारी कैसे हो सकती हैं ,जी हां ये सत्य है की को कोलेस्ट्रोल का लेवल बढ़ने से आपको एक और जानलेवा बीमारी हो सकती है जिसे हार्ट अटैक कहते हैं
कोलेस्ट्रॉल में हार्ट अटैक की बीमारी से कैसे बचा जाए
अगर आप भी हार्ट अटैक जैसी घातक बीमारी से बचना चाहते हैं तो आपको (cholesterol kya hai in hindi) अपना कोलेस्ट्रॉल लेवल समय समय पर नियंत्रित करना बहुत आवश्यक है अगर हम अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल को बहुत हद तक कंट्रोल कर ले तो हार्ट अटैक की आने की संभावना बहुत कम हो जाती है
इसलिए आज हम आपको कोलेस्ट्रॉल लेवल को कैसे कम किया जाए उसके कुछ तरीके बताएंगे और साथ में यह भी बताएंगे कि आपको अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल को कैसे चेक करना है और कोलेस्ट्रोल को किस उम्र में चेक करना ज्यादा अच्छा होता है जिससे हार्ट अटैक की समस्या से बचा जा सकता हैं।
हाई कोलेस्ट्रॉल एक ऐसी समस्या है जिसका सामना किसी भी उम्र के (cholesterol kya hai in hindi) व्यक्ति को करना पड़ सकता है सामान्य तौर पर मध्यम आयु वर्ग या बूढ़े लोगों में यंग लोगों की तुलना में हाई कोलेस्ट्रॉल होना काफी आम बात है हाई कोलेस्ट्रॉल की फैमिली हिस्ट्री होने पर यंग लोगों को भी अपनी शुरुआत उम्र में इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है ऐसे में आइए जानते हैं क्या है कोलेस्ट्रॉल लेवल टेस्ट करने की सही उम्र।।
कोलेस्ट्रोल बढ़ने की वजह से किन बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है ?
कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाने से निम्न बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
1.कोलेस्ट्रोल हार्ट अटैक की संभावनाओं को कई गुना बड़ा देता है जब कोलेस्ट्रोल बढ़ जाता है तो यह हृदय की रक्त वाहिनियों में जमा हो जाता हैं जिससे रक्त का संचार ठीक रूप से हृदय मे हो नही पाता है।जिससे हार्ट अटैक बढ़ने की संभावना बढ़ जाती हैं।
2. आपके दिल और दिमाग के अलावा कोलेस्ट्रोल आपके पैरों (Hdl कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए) और दिल वा दिमाग के बाहरी हिस्सों पर जमा हो सकता हैं। लेकिन पैर और तलवे बहुत आम होते है जिससे आपको इसके लक्षण ऐसे नही दिखाई देते है।।
इसके लक्षण आपको चलते हुए दिखाई देंगे,जब आप चलोगे तो फिर आपके पैरों में दर्द या फिर ऐठन होगी।इस प्रकार की बीमारी को पेरिफेरल वास्कुलर बीमारी कहते है।
3 हाई ब्लड प्रेशर कोलेस्ट्रोल लेवल से जुड़ा हुआ हैं लेकिन कैसे अभी ये डॉक्टर पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। कोलेस्ट्रोल सूजन को अधिक कर देता है जिससे कुछ हार्मोन्स रिलीज हो जाते है,जिसके चलते नसे सख्त और संकुचित हो जाती हैं।।शायद इसी वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
कोलेस्ट्रोल क्यों बढ़ जाता हैं ?
कोलेस्ट्रोल का आमतौर पर बढ़ना अनुवांशिक कारणों पर भी हो सकता है लेकिन असल मायने में कोलेस्ट्रॉल बढ़ना आज के टाइम में हम लोगों की जीवन शैली का कारण है,हम लोग आजकल अपने खाने में अधिक ऑयल प्रयोग करते है जिससे हमारा फैट बढ़ता है,और ऑयली खाना हमारे सेहत के लिए बहुत खतरनाक है।।
हम कैसे पता कि हमारा कोलेस्ट्रॉल बढ़ गया है
बढ़े हुए को कोलेस्ट्रॉल को पहचानने का कोई तरीका नहीं है ना इसके कोई खास लक्षण दिखते हैं शरीर में आपकी जांच के बाद ही डॉक्टर आपको बता पाता है कि आपको कोलेस्ट्रॉल की बीमारी हुई है।आप अपने ब्लड टेस्ट के माध्यम से कोलेस्ट्रॉल की बीमारी के बारे में जान सकते हैं।
कैसे पता करें कि कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए
अगर आपको यह पता करना है की कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए तो आप सभी को अपना ब्लड टेस्ट करना चाहिए उस ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट में यह दिया होता है की शरीर में कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए ,अगर आप यह एक मात्रा जानकारी के लिए लिया जानना चाहते है तो मैंने नीचे बता दिया है की शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल कितना होना चाहिए
शरीर में कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार का होता है
1.एलडीएल (LDL) कोलेस्ट्रॉल
एलडीएल (LDL) जिसे बैड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है इसका लेबल 100mg/dl से कम होना चाहिए।
2.एचडीएल (HDL) कोलेस्ट्रॉल
एचडीएल (HDL) जिसे गुड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है इसका लेवल 200mg/dl से ज्यादा और ट्राइग्लिसराइड 150mg/dl से कम होना चाहिए।
डॉक्टर के मुताबिक शरीर में टोटल कोलेस्ट्रॉल लेबल 200mg/dl से कम होना चाहिए। इससे अधिक का कोलेस्ट्रॉल आपके लिए घातक शाबिक हो सकता है
कोलेस्ट्रॉल का चेकअप कब कराना चाहिए
डॉक्टर्स के मुताबिक कोलेस्ट्रॉल का चेकअप 20 वर्ष की आयु में करा लेना चाहिए फिर उसके बाद हर 5 साल में कोलेस्ट्रॉल का चेकअप कराना चाहिए अगर आपकी उमर 45 से 65 के बीच में है तो आपको प्रत्येक वर्ष कोलेस्ट्रॉल का चेकअप कराना चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल के लक्षण क्या है (cholesterol ke lakshan kya hai )
कोलेस्ट्रॉल के लक्षण को जानना बेहद जरुरी होता है लेकिन सच तो यह है की कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के कुछ ख़ास लक्षण पता नहीं लगते है क्योकि इसके (cholesterol ke lakshan) लक्षण शरीर में दिखाई ही नहीं देते है अगर आप को कोलेस्ट्रॉल की एक्यूरेट जानकरी लेनी है तो आपको अपने कोलेस्टोरल का चेकअप करना चाहिए।
फिर भी कुछ डॉक्टरों और माई उपचार आजतक जैसी हाई (कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए) ऑथिन्टिक वेबसाइट पर कोलेस्ट्रॉल के कुछ लक्षण बताये गए है जहा से कुछ आईडिया लेकर और डॉक्टरों के मुताबिक यह कुछ लक्षण है जो कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के लक्षण बताते है
यह लक्षण निम्न है इसको पढ़कर आप यह जान सकेंगे की कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के लक्षण क्या क्या हो सकते है
1.आँखों के आस पास की जगह में पीलापन आ जाना
2.आँखों के आस पास पीले यह भूरे रंग के छल्लो का बन जाना
3.बहुत अधिक पसीना आना
4.थोड़ा सा काम करने या चलने में ही थकान महसूस होने लगना
5.भूख न लगना
6.भूख न लगने के कारन शरीर में कमज़ोरी आ जाना
7.सीने में दर्द
8.लोअर बॉडी का ठंडा होना
9.बार-बार सांस लेने में तकलीफ
10.मतली आना
11.थकान महसूस होना
12.ब्लड प्रेशर बढ़ना
13.पैरो का सुन्ना हो जाना
14.पैरो के नाखूनों का पीला हो जाना
FAQA
Q1. कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से क्या होता है
कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से हार्ट अटैक की बीमारी का सामना करना पड़ सकता है
Q2. कोलेस्ट्रॉल कितने प्रकार का होता है ?
कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार का होता है
1.एलडीएल (LDL) कोलेस्ट्रॉल
2. एचडीएल (HDL)
Q3. कोलेस्ट्रॉल का लेवल कितना होना चाहिए ?
कोलेस्ट्रॉल लेबल 200mg/dl से कम होना चाहिए।
Q4. कोलेस्ट्रॉल की बीमारी में क्या नहीं खाना चाहिए ?
कोलेस्ट्रॉल की बीमारी में आपको बहुत अधिक ऑयली खाना नहीं खाना चाहिए
Q5. क्या पानी पीने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है ?
हा,कोलेस्ट्रॉल में गरम पानी पीने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है
Q6. कोलेस्ट्रॉल का पता कैसे कर कर सकते है ?
कोलेस्ट्रॉल का पता करने के लिए आपको ब्लड टेस्ट कराना पड़ेगा और उसी ब्लड टेस्ट में आप यह जान सकोगे की कोलेस्ट्रॉल की बीमारी है की नहीं
Q7. HDL कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए ?
HDL कोलेस्ट्रॉल इसका लेवल 200mg/dl से ज्यादा और ट्राइग्लिसराइड 150mg/dl से कम होना चाहिए।
Q8. कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए
कोलेस्ट्रॉल लेबल 200mg/dl से कम होना चाहिए।
Q9. Cholesterol Kya Hai in Hindi
कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा पदार्थ होता है जो रक्त के अंदर पाया जाता है कोलेस्ट्रोल का शरीर में होना बहुत जरूरी होता है
Note :
अगर हम कोलेस्ट्रॉल का चेकअप समय समय कराते रहें तो हम हार्टअटैक जैसी घातक बीमारी से बस सकते हैं
यह लेख आप सभी को सिर्फ जानकारी के रूप में लिख कर दिया जा रहा है क्विक हिंदी इस बात की जिम्मेदारी नहीं लेता है कि या जानकारी पूर्ण रुप से सही वा सत्य हैं
इसलिए आप इस लेख के माध्यम से किसी तरह का प्रयोग ना करें यह (Hdl कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए) सिर्फ आपको एक जानकारी के रूप में दिया जा रहा है आप किसी भी तरह की हेल्थ समस्या से जूझ रहे हैं तो आप अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। अगर आपको हमारे द्वारा लिखी गई जानकारी पसंद आई हो तो आप अपने दोस्तों के साथ से शेयर करें।।
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